ये चुड़ैल थी

रहस्य कथा 
ये कहानी मेरे एक मित्र ने मुझे सुनायी जो मै आप को पढ़ा रहा हूँ। 
ये बात गर्मियों की है जौनपुर के किसी गांव के कुछ लड़के गाँव के समीप एक तालाब पर नहाने गए। दोपहर १२ से १ के बीच का वक्त था। सभी लड़के जब नहाने को तैयार हो रहे थे और कपडे उतारने जा रहे थे तभी एक की नज़र तालाब के बीचों बीच गई और वह सन्न रह गया उसने देखा कि तालाब के बीचों बीच एक महिला ऊपर आती है पानी के ऊपर खड़ी होती है और फिर उसी तरह से तालाब में वापस चली जाती है महिला एकदम सफ़ेद कपड़ों में थी और इन लड़कों की तरफ उसकी पीठ थी उसके लम्बे बाल उसकी कमर के नीचे तक फैले थे। उसे एकटक तालाब की ओर देखते देख साथियों ने कहा तुम क्या कर रहे हो नहाना नहीं है क्या ? इस पर उसने कहा वो देखो कोई औरत क्या कर रही है वो डूब तो नहीं रही।  अब सारे साथी बैठकर यह दृश्य देखने लगे तालाब के बीचों बीच एक महिला ऊपर आती है पानी के ऊपर खड़ी होती और फिर उसी तरह से तालाब में वापस चली जाती। लड़कों को डर भी लगने लगा। अब सबके दिमाग में तरह तरह की बातें आ रहीं थीं। भय से मुह को आ रहे कलेजे को दबाये  सभी बैठे थे। चारों ओर सन्नाटा पसरा था। नहाने का अब किसी को होश नहीं था। सब के दिलों में धीरे धीरे खौफ भरता जा रहा था। मन रोने को कर रहा था लेकिन रोना भी नहीं आ रहा था। समय धीरे धीरे गुजर रहा था तालाब के बीच में खेल जारी था। कुछ लड़के भगवान कर रहे थे।  तभी कुछ आहट हुई सबने देखा एक बूढ़ा आदमी सर पर गमछा बांधे चला आ रहा है। सबकी जान में जान आयी लेकिन बुलाएं कैसे सबकी सिटीपीटी गम थी। तभी उस बुजुर्ग की नज़र भरी दोपहरिया में तालाब पर बैठे लड़कों पर पड़ी उसने चिल्लाकर कहा तुम लोग यहाँ क्या कर रहे हो चलो यहाँ से।  तब एक लड़का हिम्मत करके बोला दादा यहाँ आओ देखो ये क्या तमाशा हो रहा है। बुजुर्ग आगे आते हुए बोला कहाँ ? लड़को ने कहा वो देखो तालाब के बीच में ? बूढ़े दादा ने जब नज़ारा देखा तो उनकी अनुभवी नज़रें ताड़ गयीं सारा खेला। उसने लाठी तान कर गाली बकते हुए कहा बच्चों को डराती है दुष्ट। ठहर अभी बताता हूँ।  फिर लड़कों से कहा डरना नहीं जाओ घर जाओ। अब लड़कों में भी घर जाने की हिम्मत नहीं बची थी। बोले दादा आप छोड़ आओ हम अकेले घर ना जाएंगे। बूढ़े दादा नेलड़कों को आगे किया और चल दिए। रास्ते में एक लड़के के पूछने पर उन्होंने बताया ये चुड़ैल थी जो सम्मोहित करना चाहती थी अगर तुम पानी में उतर कर उसके पास चले जाते तो डुबो देती। इसके बाद लड़कों ने कान पकडे फिर कभी एकांत या सुनसान में नहाने नहीं गए। 

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